
ए पी एम के वार्षिकोत्सव ‘विवित्सा’ का रश्मिरथी के नाट्य मंचन के साथ समापन
श्यामदेउरवा थाना क्षेत्र स्थित ए पी एम एकेडमी (10+2) , पिपरालाला में आयोजित द्विदिवसीय वार्षिकोत्सव ‘विवित्सा’ का समापन समारोह कार्यक्रम के मुख्य अभ्यागत दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय, गोरखपुर के ललित कला एवं संगीत विभाग के सेवानिवृत्त आचार्य व विभागाध्यक्ष डॉ० भारत भूषण एवं विशिष्ट अतिथि सहायक सूचना निदेशक, गोरखपुर श्री प्रशांत कुमार श्रीवास्तव जी की गरिमामयी उपस्थिति में श्री सुरेन्द्र प्रजापति के संचालन में आयोजित हुआ। विवित्सा के अंतिम सोपान का प्रारंभ मुख्य अतिथि महोदय के द्वारा मां सरस्वती की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्चन के साथ हुआ। तत्पश्चात विद्यालय के प्रधानाचार्य श्री अविनाश प्रकाश श्रीवास्तव के नेतृत्व में सम्मानित अतिथियों का माल्यार्पण एवं बैज़ लगाकर स्वागत किया गया। ए पी एम एकेडमी के निदेशक श्री रूपेश कुमार श्रीवास्तव जी के द्वारा सम्मानित अतिथियों को अंगवस्त्र,शाखी एवं स्मारिका भेंट की गई।वस्तुत: किसी भी विद्यालय का वार्षिकोत्सव उस विद्यालय के वर्ष-पर्यंत की समस्त शैक्षणिक, सांस्कृतिक एवं पाठ्येतर गतिविधियों को प्रस्तुत करने का उचित मंच है , जहां छात्र-छात्राओं को अपनी प्रतिभा को प्रदर्शित करने का अवसर प्राप्त होता है।ए पी एम एकेडमी अपने विद्यार्थियों के समग्र विकास के लिए समय-समय पर कुशल प्रशिक्षकों के निर्देशन में कार्यशालाएं, खेल-कूद प्रतियोगिताएं, डिबेट,कला प्रतियोगिता, सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता , विज्ञान प्रदर्शनी इत्यादि का आयोजन करती रहती है।आज की विवित्सा में इन प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया एवं प्रतिभागियों को प्रमाण-पत्र वितरित किए गए। हाल ही में सम्पन्न अनतर्विद्यालयी स्वामी विवेकानंद चित्रकला एवं सामान्य ज्ञान प्रतियोगिता, जो तीन वर्गों किड्स, जूनियर एवं सीनियर वर्ग में आयोजित हुई और जिसमें गोरखपुर एवं महराजगंज जनपद के करीब २५ विद्यालय के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया,के विजेताओं को पुरस्कृत किया गया। पुरस्कार एवं प्रमाण पत्र पाकर विजेता बच्चों के चेहरे खिल उठे। सभी प्रतिभागियों को भी प्रमाण पत्र दिए गए हैं। आज की विवित्सा का मुख्य आकर्षण अंतर्राष्ट्रीय संस्था सांस्कृतिक संगम, गोरखपुर के द्वारा राष्ट्र कवि दिनकर जी द्वारा विरचित खंड काव्य रश्मिरथी का नाट्य मंचन था। महाभारत के महारथी कर्ण के जीवन पर आधारित रश्मिरथी की नाट्य प्रस्तुति के दौरान दर्शक दीर्घा में उमड़ी भीड़ की तालियों की गड़गड़ाहट से पूरा ए पी एम परिसर गुंजायमान हो उठा।विवित्सा के पर्यवसान की बेला में ए पी एम एकेडमी द्वारा सम्मान समारोह आयोजित किया गया। एकेडमी के निदेशक श्री रूपेश कुमार श्रीवास्तव एवं प्रबंध तंत्र द्वारा परिसर में पधारे अपने सभी सम्मानित अतिथियों, कार्यशाला प्रशिक्षकों एवं पत्रकार बंधुओं को स्मारिका भेंट की गई। निदेशक महोदय द्वारा सी बी एस ई (१०+२) की मान्यता प्राप्त होने पर अपने समस्त शिक्षकों को भी स्मृति चिह्न प्रदान किया गया। रश्मिरथी के निर्देशक श्री मानवेन्द्र त्रिपाठी एवं उनकी पूरी टीम को भी प्रबंध तंत्र के सदस्यों द्वारा स्मारिका भेंट की गई। कबीर एकेडमी के सदस्य एवं लोकप्रिय लोकगायक श्री राम दरश शर्मा एवं अभिनेता व सह निर्देशक श्री धर्मेन्द्र भारती जी के सम्मान में स्मृति चिह्न प्रदान किया गया।विवित्सा के अगले क्रम में विवित्सा के प्रथम सोपान के सभी प्रतियोगियों को प्रमाण- पत्र वितरित किए गए। कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि का आशीर्वचन एवं प्रेरणास्पद उद्बोधन विद्यार्थियों को प्राप्त हुआ।अन्त में विवित्सा के समापन अवसर पर एकेडमी के निदेशक श्री रूपेश कुमार श्रीवास्तव ने विवित्सा में पधारे अपने सभी सम्मानित अतिथियों, अभिभावकों , दर्शकों एवं पूरी ए पी एम टीम के प्रति आभार प्रकट किया।विवित्सा का समापन वन्दे मातरम् के साथ हुआ।विवित्सा के आयोजन को सफल बनाने में प्रशासक श्री आनन्द सिंह, सुरेन्द्र प्रजापति,आकाश गुप्ता, शैलेश सिंह, परमहंस, आशा गुप्ता, सविता सिंह, स्मिता, सरिता, इन्दु सिंह, अन्नपूर्णा, तमन्ना, शबनम, नेहा, विद्याधर की विशेष भूमिका रही।