राम मिलन गुप्ता की रिपोर्ट
महराजगंज जनपद के विकास खण्ड परतावल अन्तर्गत ग्रामसभा बेलवा बुजुर्ग में जलजमाव की समस्या भीषण रूप ले चुकी है। मुख्य एवं उप-नालियों के बंद होने और निकासी मार्ग ठप पड़ जाने से पूरा गांव तालाब में तब्दील हो गया है। सड़कों पर भरा गंदा पानी अब लोगों के घरों तक पहुंच गया है, जिससे डेंगू एवम मलेरिया जैसी संक्रामक बीमारियों का खतरा बढ़ गया है ग्रामीणों का कहना है कि हालात रोजाना खराब हो रहे हैं प्रशासन अब तक प्रभावी कदम उठाने में नाकाम रहा है।
आपको बताते चले कि ग्राम सभा वेलवा में
ग्रामीणों ने बताया कि पहले नालियों का पानी नहर के पास से हो कर गुजरता था, लेकिन फसलों को नुकसान होने की आशंका में सिंचाई विभाग द्वारा आउटलेट बंद करने के बाद से स्थिति लगातार खराब होती चली गई बारिश के साथ घरेलू जलनिकासी रुकने से गांव की गलियां तालाब जैसा रूप ले चुकी हैं। आवागमन प्रभावित होने के कारण बच्चे-बुजुर्ग को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है
ग्रामीण चंद्र प्रकाश पटेल, राम ललित गुप्ता, नागेश्वर पटेल, गुलाम मोहम्मद, परदेशी विशार्या, अनुज राज, इश्तियाक खान और ग्राम प्रधान प्रतिनिधि नुरुल एन ने आरोप लगाया कि नालियों की समय से सफाई न होने और वैकल्पिक निकासी मार्ग न खोले जाने से संकट बढ़ता जा रहा है। कई बार शिकायत करने के बावजूद प्रशासन की ओर से कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया। ग्रामीणों ने चेतावनी दी है कि यदि जलनिकासी बहाल नहीं की गई और नालियों की सफाई तुरंत नहीं कराई गई, तो वे बड़े आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
इस बीच, खंड विकास अधिकारी (वीडीओ) संतोष कुमार यादव ने बताया कि बेलवा बुजुर्ग के सचिव ने स्थिति की जानकारी दी है। पहले गांव का पानी नहर के पास से गुजरता था, लेकिन नहर विभाग ने वह मार्ग बंद कर दिया है और आसपास कोई तालाब भी नहीं है, जिसके कारण जलजमाव उत्पन्न हो रहा है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों की परेशानी को देखते हुए जल्द ही वैकल्पिक व्यवस्था सुनिश्चित की जाएगी, ताकि गांव को जलजमाव से राहत मिल सके।
गांव में फिलहाल एक ही सवाल गूंज रहा है—“आखिर कब मिलेगा इस संकट से छुटकारा?” पूरा गांव प्रशासनिक हस्तक्षेप और त्वरित राहत की प्रतीक्षा कर रहा है।







